आदमी का बच्चा
(यशपाल)
समस्या : शहरीकरण मानवों में स्वार्थता एवं असमत्व पैदा करता है।
आशय : जीवन को संघर्षमुक्त बनाने के लिए औरों से दिली संबंध रखना है।
डायरी प्रस्तुत करें।
रम्या की डायरी वटकरा १६ जुलै २०१३ पिताजी के साथ शहर गई थी। फुटपाथ पर एक करुणामय दृश्य देखा। एक आदमी वहाँ पड़कर मदद के लिए रो रहा था। सभी लोग नज़रें बचाकर जा रहे थे। किसी ने भी उसकी मदद नहीं की। कुछ करने केलिए मेरा मन करता था। पिताजी साथ थे, डर से चुप रही। वे मना करेंगे। लेकिन क्यों?मुझे मालूम नहीं। वह दृश्य अब भी मन में है |
? रम्या पिताजी के साथ कहाँ गई थी?
? उसने फुटपाथ पर कैसा दृश्य देखा?
? लोग नज़रें बचाकर क्यों जा रहे थे?
- शहरीकरण के बोलबाले में लोग अपने में सीमित रहते हैं। मानव में वाँछनीय गुणों का अभाव पाया जाता है। जीवन की रफ़्तार में वह दूसरों को नज़रंदाज़ करता है।
छात्रो, स्वार्थभरे शहरी जीवन की चर्चा यशपाल की कहानी "आदमी का बच्चा" करती है।
कहानी पढ़ें।
पहला अंतर :
(डौली अपने मामा-पापा.......घर की ओर लाया जाता है)
वाचन प्रक्रिया:
? डौली कहाँ पढ़ती थी?
? डौली को स्कूल ले जाने-आने का काम कौन करती थी?
? डौली के पापा कौन थे? वे क्या करते थे?
? माँ-बाप डौली को कैसी शिक्षा देना चाहती थी?
? डौली के बंगले के पीछे किनके क्वार्टर थे?
छात्रों को उत्तर देने का अवसर दें.
- माँ-बाप को मालूम है कि डौली पिछवाड़े के घर में गई है। वह ऐसे लोगों के बच्चों के साथ खेलना चाहती थी। डोली के बारे में माँ-बाप के बीच का वार्तालाप तैयार करें।
लेखन प्रक्रिया और प्रस्तुति
गृहकार्य - वाक्यों में प्रयोग:
धक्क से रह जाना, ज़िद्द करना
अगला अंतर:
गृहकार्य की प्रस्तुतीकरण
धक्क से रह जाना: സ്തംഭിച്ചു നിന്നു പോവുക
दुर्घटना का दृश्य देककर मैं धक्क से रह गया।
ज़िद्द करना: ശാഠ്യം പിടിക്കുക
बच्चे खिलौने के लिए ज़िद्द करते हैं।
देखें, पड़ोस के गरीब लोगों के घर में डौली के खेलने के संबंध में माँ-बाप की प्रतिक्रिया क्या थी?
वाचन प्रक्रिया: (मामा के कुछ कह........शाम को आ जाएँगे।)
? मामा ने डौली के गर्दन पर क्या देखा?
? आया को क्या नोटीस दी गई?
? डौली किसके साथ स्कूल जाती थी?
? डौली को किसके साथ खेलने को भेजा गया था?
? कुतिया के पिल्ले के बारे में साहब का कायदा क्या था?
? पिल्ले के बारे में आया ने क्या कहा?
छात्रों को प्रतिक्रिया का अवसर दें।
लेखन प्रक्रिया:(गृहकार्य के रूप में दें )
धोबी और माली के बच्चों के साथ डौली को खेलने से मना कर दिया जाता है। ऐसे सामाजिक अंतर्विरोध के बारे में कहानी के आधार पर अपने मित्र के नाम एक पत्र लिखें।
अगला अंतर:
गृहकार्य की प्रस्तुति ।
वैयक्तिक रूप में प्रस्तुत करें ।
प्रस्तुति का आकलन ।
कहानी के अंतिम भाग का वाचन करें।
देखें कहानी में फिर क्या हुआ होगा?
वाचन प्रक्रिया: (माँ ने कहा.......नौकरी कर रही थी।)
? मेहत्तर ने पिल्ले को क्या किया?
? डौली ने मामा से क्या पूछा?
? बिंदी ने इसका क्या उत्तर दिया?
? संध्या समय मैनेजर के घर से लौटते समय डौली ने क्या देखा?
? आया के बच्चे की मृत्यु कैसे हुई होगी?
छात्रों को उत्तर देने का अवसर दें।
? बालमनोविज्ञान के संदंर्भ में डौली के चरित्र पर प्रकाश डालें।
डौली आदमी का बच्चा - कहानी का मुख्य पात्र है-डौली । वह वग्गा साहब की इकलौती पुत्री है। घर मेंतो किसी का भी अभाव नहीं है। अकेली होने के कारण वह धोबी -माली के बच्चों के साथ खेलना चाहती है।लेकिन मामा उसे रोकती है।जब डौली के पिल्लै होते है,तब वह बहूत खुश होते है,तब वह बहूत खुस होती है।वह उसके साथ खेलना चाहती है। लेकिन बग्गा साहब उन पिल्ललों को भी मरवा डालते है । भूख के कारण ही पिल्लों को मरवा डाला है। यह जानकर डौली विस्मित होती है। धोबी के बच्चा जब मर जाता है तो डौली आया से पूछती है ,क्या माली के बच्चे को भी गरम पानी में डूबवाकर मार दिया गया है? इस प्रकार डौली में हम एक भोले-भाले बच्चे को देखते है। |
- कहानी से आपने क्या समझा?
- समाज में अमीर-गरीब का भेद-भाव है।
- हमारे बच्चे इस भेद-भाव के बीच जी रहे हैं।
- "समभावना का एक समाज" हमारी इच्छा नहीं लक्ष्य है।
अपना विचार प्रकट करने का एक मौका अभी मिलेगा। निबंध लिखें:
विषय: गरीब बच्चे जीवन की बुनियादी सुविघाओं से वंचित हैं
दल की ओर से प्रस्तुत करें ।
प्रस्तुति का आकलन ।
अध्यापक की अपनी प्रस्तुति ।
गरीब बच्चे जीवन की बुनियादी सुविघाओं से वंचित हैं। समाज में उच्च वर्ग के तथा नि म्नवर्ग के लोग दिखाई देते हैं। यह विभाजन मुख्य रूप से धन संपत्ति के आधार पर होता है । धन के अभाव में गरीबों को आवश्यक भोजन व शिक्षा नहीं मिलते ।उन्हें समाज में एक तरह से उपेक्षित जीवन बिताना पड़ता है। आदमी का बच्चा कहानी में भी यही बात देखने को मिलते है । डौली के लिए जीवन कीसुख सुविधाएँ काफ़ी थी। उसकी देखभाल भी बड़ी सतर्कता से की जाती है।लेकिन धोबी-माली के बच्चे तो गरीब हैं। उसका पालन पोषण केलिए पर्याप्त धन उसके पास नहीं होते। सफ़ाई आदि में भी वे पीछे रह जाते हैं।धन और शिक्षा की कमी के कारण ही उच्च वर्ग के लोग उन्हें बेहूदे तक कहते है। समाज का यह कर्तव्य है -आधुनिक समाज के मनुष्यों में इस तरह की भिन्नता न रहने दे। सब को समान रूप से देखा जाए । सब को बराबरी का अवसर प्रदान किया जाए । |
लेखन प्रक्रिया -
कहानी का अंतिम भाग अपनी कल्पना के अनुसार लिखें।
" एक राजा था । वे बड़े संगीत प्रेमी थे । पक्षियों का संगीत उन्हें बहुत पसंद था । वे यह संगीत सुनने के लिए रोज़ जंगल जाया करते थे । एक दिन चीन के एक राजा ने उन्हें विशेष घंटी सौंप दी । उसमें एक पक्षी था। चाबी लगाने पर पक्षी मीठे स्वर में गाता था । राजा हमेशा चाबी लगाकर इसका मज़ा लूटता था। सालों बाद राजा बीमार पड़ गए। उन्होंने बार-बार चाबी लगाई। लेकिन संगीत नहीं आया। मशीन खराब हो गया था। निराश होकर राजा......... “
लेखन प्रक्रिया का आकलन:
- कहानी का आशय समझा है।
- घटनाओं को क्रमबद्ध किया है।
- अंतिम भाग बदलकर लिखा है।
( कल्पना करें (टी.बी. पृ.72) कहानी की पूर्ति करें। )
अगला अंतर :
भाषा की बात:
अर्थभेद:
उदा:
वह /गाय के बछड़े के पास से /नहीं जाना चाहती। (वह कर्ता है)
वह गाय /बछड़े के पास से /नहीं जाना चाहती। (गाय कर्ता है)
वह /जंगली हाथी के सामने /खड़ा रहा।
वह जंगली हाथी /सामने खड़ा रहा।
संशोधन:
निम्नलिखित अनुच्छेद का संशोधन करके लिखें:
केरल ईश्वर की अपना देश कहा जाता है। अपना राज्य नदियों में समृद्ध है। नदियों की किनारे में नारियल का बाग हैं।
संशोधन कार्य (टी.बी. पृ. 73 करवाएँ)
आशयग्रहण:
खंड छात्रों के सामने चार्ट पर या आई.सी.टी. के द्वारा प्रस्तुत करें।
छात्र खंड पढ़कर उसके नीचे दिए प्रश्न का उत्तर लिखें।
गणितज्ञ रामानुजम एक दफ़्तर में काम करते थे। वे खाली समय हिसाब का हल करते थे। उनके साथ काम करनेवाले समझते थे कि वह पागल है। अच्छे कागज़ को खराब कर रहा है। जब उनके अंग्रेज़ अफ़सर ने उन कागज़ों को देखा तो मालूम हुआ कि वह मामूली आदमी नहीं, मेधावी पुरुष है।
- रामानुजम कौन थे ?
- खाली समय वे क्या करते थे ?
( ऐसा प्रश्न बनाएँ और छात्रों से उत्तर लिखवाएँ। )
आशयग्रहण (टी.बी.पृ.73) छात्रों से करवाएँ।
हमने क्या किया?
- डायरी पेश की
- समस्या का अवबोध कराया
- वाचन कराया
- विश्लेषणात्मक प्रश्नों की चर्चा की
- वार्तालाप तैयार कराया
- चरित्र-चित्रण लिखवाया
- निबंध लिखवाया
- टीचर वर्शन प्रस्तुत किया
- कहानी का अंतिम भाग बदलकर लिखवाया
- वाक्य के शब्दों के प्रयोग से अर्थ-भिन्नता पर संकेत किया
- आशयग्रहण करके प्रश्नोत्तर लिखने का अभ्यास कराया
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