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Saturday 18 March 2017

SSLC Hin Qn Mar 2017 Model Answer Paper



SSLC Hindi Qn Mar. 2017 Model Answer Paper
1 से तीन तक के प्रश्न 'सबसे बड़ा शो मैन' के आधार पर
1. चार्ली की मासूमियत से प्रभावित था(सही प्रयोग 'थे' है)                                  1
2. दर्शक चार्ली की प्रस्तुति और मासूमियत से प्रभावित थे। इसलिए अंत में दर्शकों ने तालियाँ
   बजाकर माँ का स्वागत किया।                                                               2
3. चार्ली की माँ की डायरी                                                          4
    तारीखः........................
    आज मेरी जिंदगी में एक विचित्र घटना हुई। जब मैं स्टेज पर गाना गा रहा था तब मेरी आवाज़ फटकर फुसफुसाहट में बदल गई। पहले दर्शक लोग सोच रहे थे कि माइक खराब है। लेकिन जब उन्हें पता चला कि मैं गा नहीं पा रही हूँ वे म्याऊँ-म्याऊँ करने लगे, हल्ला मचाने लगे। हे भगवान! मैं बहुत डर गई थी। मेरे सामने कोई उपाय नहीं था। मैं ने स्टेज छोड़ दिया। मैनेजर ने मेरे बेटे को मज़बूर करके स्टेज पर भेजा। क्योंकि उन्होंने चार्ली को गीत गाते हुए, अभिनय करते हुए और किसी का नकल उतारते हुए देखा था। चार्ली गीत गाना शुरू किया। पहले उसका गाना आर्कस्ट्रा के साथ नहीं चल रहा था। लेकिन जल्दी ही ठीक हो गया। उसने गीत गाकर, अभिनय करके और नकल उतारकर दर्शकों को बहुत खुश किया। नकल उतारते समय मेरी फटी आवाज़ को भी उसने नहीं छोड़ा था। स्टेज पर पैसों की बौछार हुई। उस प्रकार मैं अपमान से बच गई। सभी लोग मेरे पास आकर बेटे की तारीफ करने लगे। आज का दिन मेरे लिए एक विशेष दिन था।
    4 से 6तक के उत्तर अपठित कवितांश के आधार पर
4. अगर पानी नहीं होता तो भूमंडल सूखा रहता                                         1
5.           होता नहीं अगर जो पानी                                                        2
             भूमंडल सूखा रह जाता
             जीवजंतु क्या प्राणिमात्र भी
             नहीं जन्म कोई ले पाता।
6. पानी के महत्व पर पोस्टर 4
मार्च 22 विश्व जल दिवस
जल है तो कल है  
जल जीवन का आधार है
जल का इस्तेमाल सावधानी से करें
जल का दुरुपयोग न करें
एक-एक बूँद बचाएँ
जल नहीं तो हम भी नहीं
पेड़ लगाएँ, प्रदूषण रोके, प्रकृति की रक्षा करें।
जल संरक्षण समिति, कैतप्रम
   7 से 9तक के प्रश्न 'बसंत मेरे गाँव का' के आधार पर
7. पशुचारकों की खुशी का कारण है- महीनों बाद घर लौटने का समय आया है।           1
8. ठंड के मौसम में बर्फीले इलाकों से पशुचारक निचले इलाकों में उतरते हैं। महीनों तक, फैले चरागाहों, घने जंगलों और अनजान बस्तियों में भटकने के बाद अपने घर लौटने की खुशी उत्सव का माहौल रच देती है। वे गीत गाते हैं, नाचते हैं। उनके साथ उनके भेड़-बकरियाँ, घोड़े-खच्चर और कुत्ते भी होते हैं। रास्ते में आनेवाले गाँवों से उनका लेन-देन भी होता रहता है। इन गाँवों से उनका सदियों का रिश्ता है।                                                                              2
9. पटकथा                                                                               4
दृश्य का वर्णनः
पात्रः दो पशुचारक, एक करीब 40 साल का, दूसरा करीब 45 साल का। दोनों धोती,
कुर्ता और पगड़ी पहने हैं।
एक गाँववाला, करीब 50 साल का, धोती और बनियान और पगड़ी पहना है।
स्थानः गाँव की एक सड़क के किनारे।
समयः शामको छह बजे।
संवादः
पशुचारक 1: नमस्ते भैया, क्या चाहिए आपको?
गाँववालाः मुझे कुछ जड़ी-बूटियाँ चाहिए।
पशुः बताइए क्या-क्या चाहिए? कीड़ाजड़ी, करण और चुरु हमारे पास हैं।
गाँवः मुझे थोड़ा सा कीड़ाजड़ी और चुरु चाहिए।
पशुः इतनी तो बाकी पड़ी है। यह तो 120 रुपए का है।
गाँवः मेरे पास सौ रुपए ही हैं।
पशुः कोई बात नहीं, अगले साल बाकी दीजिए।
गाँवः ठीक है। दीजिए। बाकी 20 रुपए अकले साल दे दूँगा।
     प्रश्न 10 और 11 'जैसलमेर' के आधार पर
10. लेखक – दुकानदारः वार्तालाप                                                  4
दुकानादारः आइए साहब। अन्दर आके देखिए न।
मिहिरः मैं तस्वीरें ले रहा था।
दुकाः ठीक है, अन्दर आके देखिए। हमारा भी फोटो ले लीजिए न।
मिहिरः भाई साहब, यह क्या लिखके रखा है पट्टी पर?
दुकाः क्या आपने लोनली प्लैनट के बारे में सुना है?
मिहिरः हाँ सुना है, पर्यटक गाइड़ है न।
दुकाः हाँ वही है। उसमें किसी ने इस जगह के बारे में कुछ खराब लिख दिया है। इसलिए विदेशी
पर्यटकों का यहाँ आना बहुत कम हो गया है।
मिहिरः ऐसी बात है? इसलिए आपके व्यापार में कमी हो गई है?
दुकाः ज़रूर साहब। उनका विरोध प्रकट करने के लिए हमने ऐसा लिख रखा है।
मिहिरः वाह! लोनली प्लैनट के प्रति गुस्सा दिखाने का आपका यह तरिका मुझे बहुत अच्छा लगा।
दुकाः और क्या करें? धन्यवाद जी।
मिहिरः धन्यवाद।
11. कई लोग मुझे बुलाने लगते                                                               1
12 से 14 तक के प्रश्न अकाल और उसके बाद के आधार पर
12. दीवार का समानार्थी शब्द है भीत                                                      1
13. अकाल की भूख और गरिबी के कारण चूहों की हालत भी बहुत शोचनीय थी            1
14. कविताँश पर आस्वादन टिप्पणी                                                        4
       ये पंक्तियाँ हिंदी के प्रसिद्ध कवि नागार्जुन की कविता अकाल और उसके बाद से ली गई हैं। इस कवितांश के द्वारा कवि यह बताना चाहते हैं कि अकाल का प्रभाव मनुष्यों पर ही नहीं छोटे-छोटे जीव-जंतुओं पर भी कितना होता है।
        कवि इस कविता के द्वारा यह व्यक्त करना चाहते हैं कि अकाल के कारण घर के मानवों के साथ उस घर में रहनेवाले विभिन्न जीव-जंतुओं पर भी पड़ता है। यदि घर का चूल्हा जलता है और खाना पकाया जाता है तो उसका एक छोटा-सा अंश उस घर में रहनेवाले विभिन्न प्रकार के (छोटे-से-छोटे से लेकर बड़े तक) जीव-जंतुओं को मिलता है। घर में खाना न पकाने के कारण चूल्हा रोने लगा और चक्की उदास रहने लगी। उसके पास ही कानी कुतिया उदास सोता है। खाने की तलाश में छिपकलियाँ दीवार पर इधर-उधर चलने लगी। चूहों की भी हालत भिन्न नहीं है।
       परिवारों की गरीबी और आर्थिक कठिनाई का असर उस परिवार या घर के सभी पर पड़ता है। अकाल की पीड़ित घर की शोचनीय दशा का मार्मिक वर्णन करनेवाला यह कवितांश बिलकुल अच्छा और प्रासंगिक है।
15. सही मिलान                                                                            3
     और वैसे भी मैं तो पराई अमानत हूँ  - गुठली तो पराई है
     दुनिया सच में बहुत छोटी है दोस्तो  - जैसलमेर
     ड्राइवर ने खच्च से ब्रेक लगाया      - ऊँट बनाम रेलगाड़ी
(प्रश्न-पत्र में 'दोस्तों' दिया है, वह गलत है। क्योंकि संबोधन में बिंदी नहीं लगाई जाती।)
16. बेला के सिर पर पट्टी बाँधी थी                                                        1
17. कबूतर नीम के पेड़ की छाया में घायल पड़ा था।                                      1
18. अपने मित्र के नाम रानी का पत्र                                               4
                                                                            स्थानः ...............
                                                                           तारीखः ...............
प्रिय गीता,
      तुम कैसी हो? तुम्हारी पढ़ाई कैसी चल रही है? घर में सब कैसे हैं? मैं यहाँ ठीक हूँ।
      मैं इस पत्र के द्वारा एक घटना का वर्णन करना चाहती हूँ। आज दोपहर को तेज़ धूप में मैं पानी लेने बाहर निकली थी। सहसा नीम के पेड़ की डाली में एक कबूतर को घायल पड़ा देखा। शायद गरम हवा के कारण घायल होकर गिरा था। मैंने कबूतर को उठाकर पानी दिया और उसका उपचार किया। थोड़ी देर बाद वह आराम से उड़ गया।
     तुम्हारे माँ-बाप को मेरा प्रणाम। शेष बातें अगले पत्र में।
                                                                              तुम्हारी सहेली,
                                                                                  रानी।
सेवा में
      पी. गीता,
      गीता निवास,
      ...................
      ...................
(उपचा करनाः പരിചരിക്കുക)
(इस पत्र में शायद गरम हवा के कारण कबूतर घायल होकर गिरा था अनुचित लगता है। बेहोश होकर गिरा था ज़्यादा उचित लगता है।) (बेहोश होनाः ബോധരഹിതനാവുക)
                                                         तैयारीः रवि. एम., सरकारी हायर सेकंडरी स्कूल, कडन्नप्पल्लि, कण्णूर।


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